खतरे में है हिमालय इसलिए टूट रही हैं झीलें
सुभाष राज, स्वतंत्र पत्रकार, 8 अगस्त 2025: सभ्यताओं का रक्षक हिमालय केवल भारत का ही नहीं बल्कि पूरे दक्षिण एशिया का जीवन-स्रोत है। गंगा, ब्रह्मपुत्र, सिंधु जैसी महान नदियां इसी पर्वत से निकलती हैं और करोड़ों लोगों की प्यास बुझाती हैं, खेतों को सींचती हैं और सभ्यताओं को भविष्य के लिए तैयार रखती आई हैं। लेकिन आज … Read more